13 Apr By admin 0 Comment In कर्म सिद्धांत अशुभ कर्म का उदय हो तो कुछ समझ नहीं आता – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज
06 Apr By admin 0 Comment In कर्म सिद्धांत कर्म ही हैं जो बुद्धि फिरा देते हैं – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज
30 Mar By admin 0 Comment In कर्म सिद्धांत कर्म के उदय से बदलते हैं मनुष्य के भाव – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज
23 Mar By admin 0 Comment In कर्म सिद्धांत सामने वाला भले ही कमजोर हो पर कर्म बलवान होते हैं – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज
16 Mar By admin 0 Comment In कर्म सिद्धांत कर्मों के खेल निराले – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज
09 Mar By admin 0 Comment In कर्म सिद्धांत अपनी कुल नगरी वापस पाने के लिये रावण ने की दिग्विजय – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज
02 Mar By admin 0 Comment In कर्म सिद्धांत कर्म किसी को छोड़ता नहीं – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज
23 Feb By admin 0 Comment In कर्म सिद्धांत निर्मल भाव से ही होते है अच्छे कर्म – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी
16 Feb By admin 0 Comment In कर्म सिद्धांत वैरभाव का दुख कई भवों तक भोगना पड़ता है – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी
09 Feb By admin 0 Comment In कर्म सिद्धांत कर्म का फल अवश्य मिलता है – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी