कर्म सिद्धांत:- ‘भय मनुष्य को जीते जी मार देता है’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज17 Nov 2020 भय एक कर्म है जो मनुष्य को जीते जी मार देता है। डर को भय कहते हैं। जिस कर्म…
कर्म सिद्धांत:- ‘जो हो उसे कर्मफल समझें और साम्य भाव रखें’-अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज10 Nov 2020चार महीने से स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है। ज्योतिष और देवत्व शक्ति के भी संकेत थे कि स्वास्थ्य ठीक…
कर्म सिद्धांत:-‘कर भला, हो भला’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज3 Nov 2020दोपहर का वक्त था बारिश होने के आसार बन रहे थे। सड़क किनारे एक बुजुर्ग महिला उदास खड़ी थी। उस…
‘सुख, शांति के लिए कमजोरी को स्वीकार करो और उसे दूर करो’ – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज27 Oct 2020पड़ोसी हमारे अनुकूल हो तो घर में रहने का आनंद आता है और अगर पड़ोसी ठीक नही हो तो घर…
कर्म सिद्धांत :- ‘नाम नहीं कर्म महान बनाते हैं’ अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज20 Oct 2020जैन सिद्धांत कहता है की व्यक्ति की पहचान उसके कर्म से होती नाम में क्या रखा है। नाम बड़ा काम…
कर्म सिद्धांत:- किसी भी रूप में आ सकते हैं प्रभु-अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज13 Oct 2020अशुभ कर्मों को काटने और शुभ कर्म करने के लिए मात्र एक मंदिर ही एकमात्र स्थान है। मंदिर ही एक…
कर्म सिद्धांत :- सकारात्मक सोच से आएगी चेहरे पर मुस्कान-अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज6 Oct 2020चेहरे पर मुस्कान बनाए रखने के लिए जीवन में सुख, शांति, समृद्धि होना आवश्यक है, लेकिन यह सब सकारात्मक सोच…
‘शुभ कर्म बंध’ -अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज30 Sep 2020कौन कहां जन्म लेगा? किसके साथ कब क्या होने वाला है? कौन क्या तुम्हारे लिए प्रतिक्रिया देगा? तुम गरीब परिवार…
बुरे कर्मों से बचने का मार्ग जानें’ -अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज22 Sep 2020एक नांव में बीस व्यक्ति सफर तय कर रहे थे। अचानक तेज हवा चलने लगी। फिर अंधी शुरू हो गई।…
कर्म सिद्धांत में “भाव” का महत्व- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज6 Jun 2020जीवन में धार्मिक अनुष्ठान का काम जब भी करें तब मन को वहीं लगाए रखें अन्यथा उस काम से आपको…