17 May By admin 0 Comment In शांति कथा भाग दस : पिता के प्रति अनुराग के चलते नहीं ली 17-18 वर्ष की उम्र में दीक्षा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
16 May By admin 0 Comment In शांति कथा भाग नव : त्याग और संयम का रहता था सातगौड़ा के घर का वातावरण – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
15 May By admin 0 Comment In शांति कथा भाग आठ : विदुषी माता से सातगौड़ा में हुआ धर्म और संस्कारों का बीजारोपण – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
14 May By admin 0 Comment In शांति कथा भाग सात : सत्य और मधुर भाषा बोलने में विश्वास करते थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
13 May By admin 0 Comment In शांति कथा भाग छः : जीव मात्र के प्रति दया भाव रखते थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
12 May By admin 0 Comment In शांति कथा भाग पांच : सातगौड़ा को अपना जीवनदाता मानते थे शूद्र – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
11 May By admin 0 Comment In शांति कथा भाग चार : अपूर्व था सातगौड़ा का पक्षियों के प्रति प्रेम – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
10 May By admin 0 Comment In शांति कथा भाग तीन : निस्पृहता से परिपूर्ण था सातगौड़ा का जीवन – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
09 May By admin 0 Comment In शांति कथा भाग दो : चंदन के वृक्ष वाले आंगन में जन्मे थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
07 May By admin 0 Comment In शांति कथा भाग एक : गृहस्थ रहकर बने भी जो महान वीतरागी संत – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज