प्रकृति के अनुसार रहना ही मुनि दीक्षा : अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज10 Jul 2022label_importantUncategorized धर्म प्रभावना और आत्म कल्याण से मोक्ष का द्वार है दीक्षा जैन धर्म में संन्यास को दीक्षा कहा है।…
सम्यक दर्शन के आठों अंगों की पालना से होती है कषायों की समाप्ति27 Jan 2022label_importantUncategorized, श्रावकाचारमनुष्य के दो हाथ, दो पैर, नितम्ब, पीठ, उर, मस्तक यह आठ अंग हैं। इन आठ अंगों में से एक…
आशीर्वाद/नए साल की शुरुआत गुरु के सानिध्य में करने वाला होता है पुण्यात्मा जीव- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर1 Jan 2020label_importantUncategorizedउदयपुर। अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर महाराज से जुड़े किशनगढ़ निवासी राजकुमार चौधरी, पिंकी बाकलीवाल, और निधि बाकलीवाल ने नए…