कहानी:- ‘सिक्के के दोनों पहलू देखिए’ – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज

एक समय की बात है। एक गांव में 6 अंधे व्यक्ति रहते थे। वह बड़ी खुशी के साथ आपस में रहते थे। एक बार उनके

कहानी:- ‘जो विपरीत परिस्थितियों में भी सुदृढ़ रहता है, वही सच्चा हीरा है’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज

कहानी:- ‘जो विपरीत परिस्थितियों में भी सुदृढ़ रहता है, वही सच्चा हीरा है’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज एक राजा का दरबार लगा

कहानी:- ‘सफलता के लिए लगातार सीखते रहें’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज

कहानी:- ‘सफलता के लिए लगातार सीखते रहें’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज एक बार एक राजा ने एक लकड़हारे को अपने यहां नियुक्त

कहानी:- ‘बिना नींव का मकान’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज

कहानी:- ‘बिना नींव का मकान’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज भगवान बुद्ध के काल में किसी नगर में राम और श्याम नामक दो

कहानी:- ‘ताली एक हाथ से नहीं बजती’ अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज

कहानी:- ‘ताली एक हाथ से नहीं बजती’ अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज एक बार गौतम बुद्ध किसी गांव में गए। वहां एक स्त्री

कहानी:- ‘जिंदगी में प्राथमिकता निश्चित करें’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज

कहानी:- ‘जिंदगी में प्राथमिकता निश्चित करें’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज एक बार फिलोसॉफी की कक्षा में एक प्रोफेसर प्रवेश करते हैं। उनके

कहानी:- ‘गुजरा हुआ समय दोबारा नहीं आता’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज

कहानी:- ‘गुजरा हुआ समय दोबारा नहीं आता’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज एक नगर में एक बहुत ही अमीर आदमी रहता था। उस

कहानी:- ‘अपनी कीमत को कम ना समझें’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज

कहानी:- ‘अपनी कीमत को कम ना समझें’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज एक बार एक प्रसिद्ध वक्ता किसी शहर में आये हुए थे

अपनी कीमत को कम ना समझें

अपनी कीमत को कम ना समझें एक बार एक प्रसिद्ध वक्ता किसी शहर में आये हुए थे और सैंकड़ो लोग उस वक्ता को सुनने आये

तीन कसौटियां

तीन कसौटियां प्राचीन यूनान में सुकरात अपने ज्ञान और विद्वता के लिए बहुत प्रसिद्ध था। सुकरात के पास एक दिन उसका एक परिचित व्यक्ति आया