भाग आठ : विदुषी माता से सातगौड़ा में हुआ धर्म और संस्कारों का बीजारोपण – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाग आठ : विदुषी माता से सातगौड़ा में हुआ धर्म और संस्कारों का बीजारोपण – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज बच्चों को संस्कार उनके माता-पिता

भाग सात : सत्य और मधुर भाषा बोलने में विश्वास करते थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाग सात : सत्य और मधुर भाषा बोलने में विश्वास करते थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज आप सभी को पता होना चाहिए

भाग नव : त्याग और संयम का रहता था सातगौड़ा के घर का वातावरण – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाग नव : त्याग और संयम का रहता था सातगौड़ा के घर का वातावरण – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज यह मां के पुण्य का

भाग दस : पिता के प्रति अनुराग के चलते नहीं ली 17-18 वर्ष की उम्र में दीक्षा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाग दस : पिता के प्रति अनुराग के चलते नहीं ली 17-18 वर्ष की उम्र में दीक्षा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज सातगौड़ा जब

भाग ग्यारह : भोजग्राम के लिए पिता तुल्य थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाग ग्यारह : भोजग्राम के लिए पिता तुल्य थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज सातगौड़ा घोड़े की परीक्षा करने में बहुत होशियार थे।

भाग बारह : बच्चों के प्रति वात्सल्य का भाव रखते थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाग बारह : बच्चों के प्रति वात्सल्य का भाव रखते थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज सातगौड़ा बहुत ही दयालु थे। उनकी करुणा

भाग तेरह : अपने से झगड़ने वाले को भी बड़े प्रेम से समझाते थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाग तेरह : अपने से झगड़ने वाले को भी बड़े प्रेम से समझाते थे सातगौड़ा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज सातगौड़ा बहुत ही शांत

भाग चौदह : भाई के प्रवचन सुनकर सातगौड़ा के मन में बढ़ा था वैराग्य का भाव – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाग चौदह : भाई के प्रवचन सुनकर सातगौड़ा के मन में बढ़ा था वैराग्य का भाव – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज सातगौड़ा हमेशा खादी

भाग पन्द्रह : दादी से मिली थी सातगौड़ा को आहार दान और सेवा-भक्ति की शिक्षा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाग पन्द्रह : दादी से मिली थी सातगौड़ा को आहार दान और सेवा-भक्ति की शिक्षा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज सातगौड़ा की दादी आजी

भाग सत्रह : मुनि देवेंद्रकीर्ती स्वामी से ली थी सातगौड़ा ने पहली बार क्षुल्लक दीक्षा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाग सत्रह : मुनि देवेंद्रकीर्ती स्वामी से ली थी सातगौड़ा ने पहली बार क्षुल्लक दीक्षा – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज अभी तक हम सातगौड़ा