अध्यात्म का मूल है तप। – मुनि पूज्य सागर महाराज
अध्यात्म का मूल है तप। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – सातवां दिन – उत्तम तप धर्म दशलक्षण धर्म का सातवां कदम
आत्मा का ध्यान करना ही आकिंचन्य धर्म। – मुनि पूज्य सागर महाराज
आत्मा का ध्यान करना ही आकिंचन्य धर्म। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – नवां दिन – उत्तम आकिंचन्य धर्म दशलक्षण धर्म का
त्याग के बिना सर्वधर्म अपूर्ण। – मुनि पूज्य सागर महाराज
त्याग के बिना सर्वधर्म अपूर्ण। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – आठवां दिन – उत्तम त्याग धर्म दशलक्षण धर्म का आठवां कदम
इंद्रियों पर पूर्ण नियंत्रण ही ब्रह्मचर्य धर्म। – मुनि पूज्य सागर महाराज
इंद्रियों पर पूर्ण नियंत्रण ही ब्रह्मचर्य धर्म। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – दसवां दिन – उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म दशलक्षण धर्म का
होम्बुज में हर्षोल्लास से मनाया जाता है नवरात्र पर्व : – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
होम्बुज में हर्षोल्लास से मनाया जाता है नवरात्र पर्व : – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज धार्मिक संस्कृति से ओत-प्रोत भारत संसार का ऐसा देश
स्मार्टफोन का उचित उपयोग – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
स्मार्टफोन का उचित उपयोग – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज संसार में कोई भी वस्तु खराब नहीं होती। खराब होती है तो उसका उपयोग करने
धार्मिक अनुशासन के साथ पढ़ाई सर्वोत्कृष्ट – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
धार्मिक अनुशासन के साथ पढ़ाई सर्वोत्कृष्ट – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज इस आलेख में, जो कुछ मैं आपको बताने जा रहा हं, मेरे अपने
निर्वाणोत्सव है दीपावली – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर
निर्वाणोत्सव है दीपावली – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर दीपावली….. अर्थात अंधकार पर प्रकाश की विजय का उत्सव। दीपावली भारतीय हिन्दू परम्परा और संस्कृति का सबसे
जीवन से मृत्यु तक संस्कार निहित रहेंगे ‘श्रीफल’ में
जीवन से मृत्यु तक संस्कार निहित रहेंगे ‘श्रीफल’ में पूज्य जगद्गुरु कर्मयोगी स्वस्तिश्री चारूकीर्ति भट्टारक स्वामीजी, श्रवणबेलगोल के उद्गगार मेरे सहयोगी का पूछना है कि
जैन ग्रन्थ
जैन ग्रन्थ अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज ग्रंथ शब्द के कई अर्थ हैं, पर यहां ग्रंथ का अर्थ है गणधर के द्वारा रचा गया द्रव्यश्रुत
