Written by: admin August 27, 2025 णमो लोए सव्वसाहूणं परिवार धर्म का इतिहास कितना प्राचीन और प्रामाणिक है, इसका पता तीर्थंकर भगवान, शास्त्र और जैन साधुओं से लगता है। जैन… Prev Post भक्तामर स्त्रोत और महत्त्व Next Post छहढाला चौथी ढाल छंद-12