48 दिन की मौन साधना के बाद कल अन्न ग्रहण करेंगे मुनि श्री पूज्य सागर महाराज

  प्रतापगढ। 12 वर्ष से प्रतिवर्ष 48 दिन की मौन साधना कर रहे अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज की इस वर्ष की मौन साधना

भगवान पार्श्वनाथ स्वामी का पहली बार अष्ट द्रव्य से पूजन और पंचामृत अभिषेक

आत्म कल्याण और शुद्धि का पर्व है पर्युषण                       झुमरी तिलैया(कोडरमा)। जैन धर्म का दशलक्षण

शोक संदेश: प्रिय श्री राजेश रवि जी

शोक संदेश प्रिय श्री राजेश रवि जी आपकी सासू मां जी के देवलोकगमन का समाचार सुनकर दुःख हुआ। संसार में जिसका जन्म हुआ है, उसका

भगवान पार्श्वनाथ स्वामी का पहली बार अष्ट द्रव्य से पूजन और पंचामृत अभिषेक

  पंचामृत अभिषेक से भाव निर्मल होते है, अभिषेक करने से जल आदि द्रव्य गंधोदक बन जाता है भीलूड़ा / डूंगरपुर। जिले के भीलूड़ा गांव

श्रावक – श्राविका भी दस उपवास की साधना कर रहे हैं

भीलूड़ा। स्थानीय दिगम्बर जैन मंदिर में अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज की मौन साधना चल रही है। चातुर्मास के दौरान 5 अगस्त से प्रारम्भ हुई मौन

दीपों से जगमगाया शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर

मां पद्मवाती की मूर्ति का भव्य श्रंगार भीलूड़ा। अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज के सान्निध्य में शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में नवरात्रि के अवसर पर

तीर्थंकर चन्द्रप्रभ भगवान का पंचामृत अभिषेक

राजा भोज के काल में हुई थी भक्तामर काव्य की रचनाः तृष्टि दीदी भीलूड़ा/डूंगरपुर। भीलूड़ा दिगम्बर जैन मंदिर में अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर जी महाराज की

48 दिवसीय भक्तामर महामंडल विधान चल रहा भक्तिभाव से – मुनि पूज्यसागर महाराज के सानिध्य में हो रहा है आयोजन

सागवाड़ा। दिगम्बर जैन मंदिर, भीलूड़ा में मुनि पूज्यसागर महाराज के सानिध्य में 48 दिवसीय भक्तामर महामंडल विधान भक्तिभाव से आयोजित हो रहा है। विधान के 11वें

अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज का भीलूड़ा गाँव मे मंगल प्रवेश हुआ

भीलूड़ा(डूंगरपुर) । मुनि पूज्य सागर महाराज ससंघ बुधवार को जैन मंदिर भीलूड़ा में चातुर्मास के लिए मंगल प्रवेश हुआ। जैन समाजजनों की ओर से सेलोता मोड़

भगवान की भक्ति करते समय भाव शुद्ध हाे ताे कर्माें की निर्जरा हाेती है – मुनि पूज्य सागर महाराज

भीलूड़ा जैन मंदिर में मनाया शांतिनाथ भगवान का जन्म, तप व माेक्ष कल्याणक भीलूड़ा/ डूंगरपुर। भीलूड़ा दिगंबर जैन मंदिर में काेविड गाइड लाइन का पालन करते