स्वाध्याय – 10 : श्रवणबेलगोला के भगवान बाहुबली की मूर्ति की ऊंचाई का वर्णन
स्वाध्याय – 10 : श्रवणबेलगोला के भगवान बाहुबली की मूर्ति की ऊंचाई का वर्णन श्रवणबेलगोला के भगवान बाहुबली की मूर्ति की ऊंचाई – 58.8 फीट
स्वाध्याय – 11 : धन का खर्च किन क्षेत्रों में करें
स्वाध्याय – 11 : धन का खर्च किन क्षेत्रों में करें 1. भगवान के प्रतिबिंब (प्रतिमा) बनवाने में 2. जैन मंदिर के लिए 3. जिन
स्वाध्याय – 12 : चार अनुयोग
स्वाध्याय – 12 : चार अनुयोग प्रथमानुयोग : पुण्य रूप अर्थ का व्याख्यान करने वाला चरित्र को, पुराण को, बोधि- समाधि के निधान भूत कथा वर्णन
देने का भाव रखोगे तो हमेशा स्वस्थ रहोगे
देने का भाव रखोगे तो हमेशा स्वस्थ रहोगे स्व और पर कल्याण का साधन… दान! – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महारज स्व और पर कल्याण
जीवन की जीवनी है उर्जा है आध्यात्म
जीवन की जीवनी है उर्जा है आध्यात्म अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज प्रकरण १ घर के झगड़ों का तनाव झेला ना गया, आत्महत्या कर ली।
आपदाएं इंसान को मजबूत बनाती है
आपदाएं इंसान को मजबूत बनाती है अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज प्राणी मात्र के जीवन में दु:ख, संकट और आपदा अचानक बिना कहे ही आती
गुरूकुल शिक्षा पद्धति : वर्तमान समय की आवश्यकता-
गुरूकुल शिक्षा पद्धति : वर्तमान समय की आवश्यकता- अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज विकास की मंशा से तीव्र गति से दौडते वर्तमान युग में चिरंतन
क्षमा के अभाव में व्यक्ति क्रोध को जगह देता है-अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
क्षमा के अभाव में व्यक्ति क्रोध को जगह देता है-अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज पहला दिन उत्तम क्षमा धर्म दस लक्षण पर सभी वर्ग के
अहंकार को धरातल पर रखकर जीना ही मार्दव धर्म है-अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
अहंकार को धरातल पर रखकर जीना ही मार्दव धर्म है-अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज दूसरा दिन उत्तम मार्दव धर्म उल्लासित करने वाले पर्व का आज
संस्कारों के आगाज का काल है दशलक्षण पर्व अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
इस प्रायोगिक पाठशाला में मुनि चर्या के ज्ञान को साकार करते हैं श्रावक उदयपुर -जैन समाज का पर्युषण या दशलक्षण पर्व हर मुनि बनने वाले
