क्षमा के अभाव में व्यक्ति क्रोध को स्थान देता है। – मुनि पूज्य सागर महाराज
क्षमा के अभाव में व्यक्ति क्रोध को स्थान देता है। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष -पहला दिन – उत्तम क्षमा धर्म पर्व
पर्युषण पर्व पर अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर द्वारा लिखित आलेख का संग्रह
पर्युषण पर्व पर अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर द्वारा लिखित आलेख का संग्रह पर्यूषण पर्व: संस्कारों के शंखनाद का आगाज करने वाला पर्व, इस पर्व के
अहंकार को धरातल पर रखकर जीना ही मार्दव धर्म है। – मुनि पूज्य सागर महाराज
अहंकार को धरातल पर रखकर जीना ही मार्दव धर्म है। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष -दूसरा दिन- उत्तम मार्दव धर्म उल्लसित करने
प्रसन्नता के रथ पर सवारी के लिए अपनाएं उत्तम आर्जव धर्म। – मुनि पूज्य सागर महाराज
प्रसन्नता के रथ पर सवारी के लिए अपनाएं उत्तम आर्जव धर्म। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – तीसरा दिन – उत्तम मार्दव
मन की स्वच्छता के लिए जरूरी उत्तम शौच धर्म। – मुनि पूज्य सागर महाराज
मन की स्वच्छता के लिए जरूरी उत्तम शौच धर्म। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – चौथा दिन – उत्तम शौच धर्म जीवन
मौन और सत्य है, जीवन का आधार। – मुनि पूज्य सागर महाराज
मौन और सत्य है, जीवन का आधार। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – पांचवां दिन – उत्तम सत्य धर्म दशलक्षण धर्म के
संयम : स्वयं पर नियंत्रण करना सिखाता है। – मुनि पूज्य सागर महाराज
संयम : स्वयं पर नियंत्रण करना सिखाता है। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – छठवां दिन – उत्तम संयम धर्म आज हम
अध्यात्म का मूल है तप। – मुनि पूज्य सागर महाराज
अध्यात्म का मूल है तप। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – सातवां दिन – उत्तम तप धर्म दशलक्षण धर्म का सातवां कदम
आत्मा का ध्यान करना ही आकिंचन्य धर्म। – मुनि पूज्य सागर महाराज
आत्मा का ध्यान करना ही आकिंचन्य धर्म। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – नवां दिन – उत्तम आकिंचन्य धर्म दशलक्षण धर्म का
त्याग के बिना सर्वधर्म अपूर्ण। – मुनि पूज्य सागर महाराज
त्याग के बिना सर्वधर्म अपूर्ण। – मुनि पूज्य सागर महाराज पर्युषण पर्व विशेष – आठवां दिन – उत्तम त्याग धर्म दशलक्षण धर्म का आठवां कदम
