अंतर्मुखी के दिल की बात:- ‘मुनि धर्म की रक्षा के लिए संस्थाएं बनना शुभ संकेत’- अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज

श्रद्धा, आस्था और विश्वास पर जब चोट पहुँचती है तो रोष का सैलाब उमड़ता है। कुछ समय से हम देख रहे हैं कि मंदिरों को

मुनि धर्म की रक्षा के लिए संस्थाएं बनना शुभ संकेत

श्रद्धा, आस्था और विश्वास पर जब चोट पहुँचती है तो रोष का सैलाब उमड़ता है। कुछ समय से हम देख रहे हैं कि मंदिरों को

मंदिर में हो स्वाध्याय कक्ष

वर्तमान में समाज में अध्यात्म के ज्ञान की बहुत आवश्यकता है, क्योंकि इसकी कमी से ही हम क्रोध आदि कषायों पर नियंत्रण नही कर पा

दिल की बात – ये तीन बातें बनाएंगी आपके आचरण को निर्मल – अंतर्मुखी मुनि पूज्यसागर

अंतर्मुखी दिल की बात में आज आप से तीन विषयों पर बात करूंगा। यह विषय सीेधे तौर पर धर्म से तो नहीं जुडे हैं, लेकिन

अंतर्मुखी के दिल की बात – चातुर्मास की व्यवस्था एक चिंतनीय विषय – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज

दिगम्बर जैन समाज का इतिहास जैन मुनि से प्रारम्भ होता है। क्योंकि देव, शास्त्र, गुरु तो सभी धर्मों में हैं, पर दिगम्बर अवस्था में श्रवण

अंतर्मुखी के दिल की बात : आप सोचें कि आप क्या कर रहे हैं – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज

दुनिया को बदलने के बजाए अपने आप को बदलना सीख लें तो आप अपनी दुनिया में सुख, शांति और समृद्धि से जी सकते हैं। दुनिया

अंतर्मुखी के दिल की बात : अच्छे संस्कारों का बीजारोपण होता है धार्मिक ज्ञान से – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज

परिवार में अच्छे संस्कारों का बीजारोपण धार्मिक ज्ञान से ही होता है। धार्मिक ज्ञान के लिए आप अपने घर में स्वाध्याय की परम्परा को फिर

अन्तर्मुखी के दिल की बात : दो अहम विषय जिन पर निर्णय जरूरी है – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज

दो विषयों पर वर्तमान में निर्णय की आवश्यकता है। समाज के विकास और धर्म की प्रभावना के लिए आज समाज और संतों को सर्वसम्मति से

अन्तर्मुखी के दिल की बात : महामस्तकाभिषेक बने अक्षर कलश अभियान – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज

फरवरी 2022 में श्रीमहावीरजी में भगवान महावीर का महामस्तकाभिषेक होना तय हुआ है। यह महामस्तकाभिषेक ऐतिहासिक हो इसके लिए क्षेत्र कमेटी अपनी ओर से पूरी

अंतर्मुखी के दिल की बात : हूमड़ पुरम् बने जैन समाज का केंद्र – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज

आज हम बात करेंगे राजस्थान के डूंगरपुर जिले के भीलूड़ा के पास 50 बीघा जमीन पर बन रहे हूमड़ पुरम की। यहां पर समाज की