सत्ताईसवां दिन : तुलनात्मक अध्ययन से व्यक्ति की अपनी सोच पर असर – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

मुनि पूज्य सागर की डायरी से मौन साधना का 27वां दिन। आज मैं जहां हूं, वहां सिर्फ कर्म-निर्जरा की दिनचर्या है। व्यक्ति के चेहरे की

अट्ठाईसवां दिन : विचार करें, किस प्रयोजन से कोई बात कही गई है – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

मुनि पूज्य सागर की डायरी से मौन साधना का 28वां दिन। हर इंसान के देखने, बोलने और सोचने का तरीका अलग होता है। इसीलए हर

उन्तीसवां दिन : धर्म ही मृत्यु पर विजय और मृत्यु को सुधारने का मार्ग – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

मुनि पूज्य सागर की डायरी से मौन साधना का 29वां दिन। मनुष्य के जीवन में मृत्यु ही एक ऐसा मेहमान है जो बिना बुलाए और

तीसवां दिन : शब्द ही बनाते हैं मित्र और शत्रु – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

मुनि पूज्य सागर की डायरी से मौन साधना का 30वां दिन। चाकू से मार का घाव समय के अनुसार भर जाता है, पर शब्दों की

इकतीसवां दिन : केवल धर्म ही विश्वास करने योग्य – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

मुनि पूज्य सागर की डायरी से मौन साधना का 31वां दिन। 22 सालों में मुझे जो अनुभव हुआ, वहीं आज चिंतन में आया। जब एक-दूसरे

बत्तीसवां दिन : झूठ की कभी परीक्षा नहीं होती – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

मुनि पूज्य सागर की डायरी से मौन साधना का 32वां दिन। इतिहास पर यदि एक नजर डालें तो पता चलेगा कि सत्य को सदैव ही

चौतीसवां दिन : साधना से ही आत्मशक्ति – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

मुनि पूज्य सागर की डायरी से मौन साधना का 34वां दिन। मैं वह कर सकता हूं जो सिद्धों, भगवंतों ने किया है। मैं भगवान बन

पैतीसवां दिन : धार्मिक कार्य करने पर भी क्यों बना रहता है डर – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

मुनि पूज्य सागर की डायरी से मौन साधना का 35वां दिन। धर्म का कार्य करते हुए भी इंसान को मृत्यु का डर, व्यापार में हानि

छत्तीसवां दिन : धर्म और धर्मात्माओं पर सवाल न उठाएं – अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

मुनि पूज्य सागर की डायरी से मौन साधना का 36वां दिन। व्यक्ति अपने आपसी झगड़े और मनमुटाव के चलते धर्म और धर्मात्माओं को माध्यम बनाकर

सैंतीसवां दिन : मन से त्याग दें बदले की भावना – मुनि पूज्य सागर महाराज

मुनि पूज्य सागर की डायरी से मौन साधना का 37वां दिन। बदले की आग में व्यक्ति हैवान बन जाता है और स्वर्ग जैसा घर भी