दुःख के समय कोई साथी नहीं – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

भाव को सदैव विशुद्ध बनाए रखना चाहिए। भावों की अशुद्धि के कारण जीवन में संकट के समय परिवार वाले भी साथ नहीं देते हैं। पद्मपुराण

प्रेरणा – देखिए कैसा होना चाहिए मां और बेटे का प्रेम – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज

पद्मपुराण पर्व इक्यासी में मां का बेटे के लिए संदेश और बेटे का मां के चरणों मे आने का प्रसंग हम सब के लिए प्रेरणा