साधना की भावना जागी

मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज की वजह से हमारे भीतर साधना की भावना जागी है और हर रोज ही भक्तामर पाठ करने की अभिलाषा मन में रहने लगी है। इतनी छोटी सी अवस्था में मुनि श्री के त्याग, तप और साधना को देख लगता है कि दिगंबर साधुओं में कितना तेज होता है। उन्हें आहार देने का सुअवसर मुझे मिला है, हमारे परिवार पर उनकी विशेष कृपा दृष्टि रही है। उनका आशीर्वाद हमें सदैव मिलता रहे, ईश्वर से यही कामना है।

शांतिलाल गोधा

संरक्षक, मुनि सुव्रतनाथ दिगंबर जैन पंचायत, मदनगंज-किशनगढ़

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