भक्तामर स्तोत्र परिचय25 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र परिचय भक्तामर स्त्रोत्र का महत्त्व एवं विशेषताएं आचार्य मानतुंग स्वामी द्वारा रचित भक्तामर स्तोत्र संसार के मनुष्यों के…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 125 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 1 सर्व विघ्न उपद्रवनाशक भक्तामर – प्रणत मौलि मणि – प्रभाणा – मुद् द्योतकं दलित-पाप तमो…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 225 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 2 शत्रु तथा शिरपीडा नाशक यःसंस्तुतः सकल-वांग्मय-तत्त्वबोधा- दुद्भूत-बुद्धि-पटुभिः सुरलोक-नाथै । स्तोत्रैर्जगत्त्रितय-चित्त-हरै-रुदारैः, स्तोष्ये किलाहमपि तं प्रथमं जिनेन्द्रम्…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 325 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 3 सर्वसिद्धिदायक बुद्धया विनापि विबुधार्चित-पाद-पीठ, स्तोतुं समुद्यत-मतिर्विगत-त्रपोहम् । बालं विहाय जल-संस्थित-मिन्दु-बिम्ब- मन्यःक इच्छति जनः सहसा ग्रहीतुम्…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 425 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 4 जलजंतु निरोधक वक्तुं गुणान् गुण-समुद्र! शशांक-कांतान्, कस्ते क्षमः सुर-गुरु-प्रतिमोपि बुद्धया । कल्पांत-काल-पवनोद्धत-नक्र-चक्रम्, को वा तरीतु-मल-…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 525 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 5 नेत्ररोग निवारक सोऽहं तथापि तव भक्ति-वशान्-मुनीश ! कर्तुं स्तवं विगत-शक्ति-रपि प्रवृतः । प्रीत्यात्म-वीर्य-मविचार्य मृगो मृगेन्द्रम्,…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 625 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 6 विद्या प्रदायक अल्प- श्रुतं श्रुतवतां परिहास-धाम, त्वद्भक्ति-रेव-मुखरी-कुरुते बलान् माम् । यत्कोकिलः किल मधौ मधुरं विरौति,…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 725 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 7 सर्व विष व संकट निवारक त्वत् संस्तवेन भव-संतति-सन् निबद्धम् पापं क्षणात्क्षय-मुपैति शरीर-भाजाम् । आक्रांत-लोक-मलिनील-मशेष-माशु, सूर्यांशु-भिन्न-मिव…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 825 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 8 सर्वारिष्ट निवारक मत्वेति नाथ ! तव संस्तवनं मयेद- मारभ्यते तनुधियापि तव प्रभावात् । चेतो हरिष्यति…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 925 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 9 सर्वभय निवारक आस्तां तव स्तवन-मस्त-समस्त-दोषं, त्वत् संकथाऽपि जगतां दुरितानि हंति । दूरे सहस्त्र-किरणः कुरुते प्रभैव,…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 1025 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 10 कूकर विष निवारक नात्यद्भुतं भुवन-भूषण !-भूतनाथ ! , भूतैर् गुणैर् भुवि भवन्त -मभिष्टु-वंतः । तुल्या…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 1125 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 11 इच्छित-आकर्षक दृष्ट्वा भवंत-मनिमेष-विलोकनीयं, नान्यत्र तोष-मुपयाति जनस्य चक्षुः । पीत्वा पयः शशिकर-द्युति-दुग्ध-सिन्धो, क्षारं जलं जलनिधे रसितुँ…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 1225 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 12 हस्तिमद –निवारक यैः शान्त – राग – रुचिभिः परमाणुभिस् – त्वम् , निर्मापितस् – त्रिभुवनैक…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 1326 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 13 चोर भय व अन्यभय निवारक वक्त्रम् क्व ते सुर-नरोरग नेत्र-हारि, निःशेष-निर्जित-जगत् त्रितयोप मानम् । बिम्बं…
भक्तामर स्तोत्र काव्य – 1426 Jun 2021label_importantभक्तामर स्तोत्रभक्तामर स्तोत्र काव्य – 14 आधि व्याधि नाशक लक्ष्मी प्रदायक सम्पूर्ण-मण्डल-शशाङ्क -कला कलाप- शुभ्रा गुणास् त्रिभुवम् तव लङ्घयन्ति । ये…