प्रेरणा : कितना भी शत्रु भाव हो पर मानवता जरूरी है – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज8 Apr at 1:05 pmपद्मपुराण के पर्व 75 में मानवता की नीति के संबंध में एक प्रेरणादायी प्रसंग आता है। जब लक्ष्मण और रावण…
प्रेरणा : दृढ़ संकल्प के साथ आराधना की जाए तो फल अवश्य मिलता है – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज1 Apr at 12:41 pmरावण अपने संकल्प में इतना दृढ़ था कि उसको कोई विचलित नहीं कर सकता था। पद्मपुराण के पर्व 71 के…
प्रेरणा : दूसरों की वेदना दूर करना ही मानव धर्म है – अंतर्मुखी मुनि पूज्यसागर जी25 Mar at 1:15 pmपद्मपुराण के पर्व 65 में वर्तमान में हम सब के लिए प्रेरणा देने वाला एक प्रसंग आया है जिससे हम…
प्रेरणा : हमारी संस्कृति है कि कन्या अकेली ना निकले – अंतर्मुखी मुनि पूज्यसागर जी18 Mar at 1:21 pmपहले समय में पिता की आज्ञा से भी पुत्री को कहीं जाना होता था तो भी वह अकेली नहीं जाती…
प्रेरणा : सबकी सुनकर धर्म के अनुसार निर्णय कीजिए – अंतर्मुखी मुनि पूज्यसागर जी11 Mar at 12:29 pmव्यक्ति मोह में आकर अपनी बुद्धि, शक्ति, ज्ञान का नकारात्मक उपयोग करता है। वह हित-अहित के बारे में भी नही…
प्रेरणा : शत्रु से भी द्वेष मत रखिए – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज4 Mar at 1:18 pmइतिहास साक्षी है कि जीवन को निर्मल और पवित्र धर्मग्रन्थ बनाते हैं । इन ग्रन्थों से प्रेरणा भी मिलती है…
प्रेरणा : युद्ध में भी धर्म का पालन होना चाहिए – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज25 Feb at 1:31 pmपद्मपुराण के पर्व 67-68-69 में एक प्रसंग वर्तमान में राजनीति करने वाले लोगों के लिए प्रेरणा लेने वाला है। इस…
प्रेरणा : जिनेन्द्र देव की शरण से ही मिलती है सुख संपदा – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज18 Feb at 3:33 pmसंसार में जिनेन्द्र भगवान की शरण प्राप्त करने वाला संकट, आपदा, युद्ध आदि से बचने के साथ ही सुख,सम्पदा आदि…
प्रेरणा : रावण ने नहीं होने दिया हिंसक यज्ञ – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज11 Feb at 11:23 amपद्मपुराण में रावण को लेकर एक प्रसंग आता है। वह प्रसंग यज्ञ को लेकर है उस हिंसक यज्ञ को रुकवा…
प्रेरणा : आहार दान से आती है शांति व समृद्धि – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर जी महाराज4 Feb at 12:57 pmइस बात का सदा स्मरण रहे कि कर्तव्य के ऊंचे मानदंड का निर्वहन करने से जंगल में भी आनंद की…