छहढाला तीसरी ढाल छंद-126 May 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल सच्चा सुख और द्विविध मोक्षमार्ग का लक्षण आतम को हित है सुख, सो सुख आकुलता बिन कहिये…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-227 May 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल निश्चय रत्नत्रय का स्वरूप पर-द्रव्यन तें भिन्न आप में, रुचि सम्यक्त्व भला है। आप रूप को जानपनो,…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-328 May 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल व्यवहार सम्यग्दर्शन जीव-अजीव तत्त्व अरु आस्रव, बन्धरु संवर जानो। निर्जर मोक्ष कहे जिन तिनको, ज्यों का त्यों…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-429 May 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल जीव के भेद, बहिरात्मा और उत्तम अंतरात्मा का लक्षण बहिरातम, अन्तर-आतम, परमातम जीव त्रिधा है। देह जीव…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-530 May 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल मध्यम, जघन्य, अन्तरात्मा और सकल परमात्मा का स्वरूप मध्यम अन्तर आतम हैं जे, देशव्रती अनगारी। जघन कहे…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-631 May 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल निकल परमात्मा का स्वरूप और उसके ध्यान का उपदेश ज्ञानशरीरी त्रिविध कर्ममल – वर्जित, सिद्ध महन्ता। ते…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-71 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल अजीव, पुद्गल, धर्म और अधर्म द्रव्य का लक्षण चेतनता बिन सो अजीव हैं, पञ्च भेद ताके हैं।…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-82 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल आकाश, काल और आस्रव का स्वरूप व भेद सकल – द्रव्य को वास जास में, सो आकाश…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-93 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल आस्रव त्याग उपदेश,बन्ध,संवर,निर्जरा का लक्षण ये ही आतम को दु:ख – कारन, तातैं इनको तजिये। जीव-प्रदेश बँधै…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-104 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल मोक्ष का लक्षण, व्यवहार सम्यग्दर्शन सकल-करमतैं रहित अवस्था, सो शिव, थिर सुखकारी। इहिविधि जो सरधा तत्त्वन की,…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-115 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल सम्यक्त्व के पच्चीस दोष और आठ गुण वसु मद टारि निवारि त्रिशठता, षट् अनायतन त्यागो। शंकादिक वसु…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-126 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल सम्यक्त्व के अंगों का वर्णन जिन वच में शंका न धार ,वृष भव-सुख-वांछा भानै। मुनि-तन मलिन न…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-137 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल वात्सल्य और प्रभावना अंग और मदों का वर्णन धर्मीसों गौ-बच्छ-प्रीतिसम, कर जिन-धर्म दिपावै। इन गुणतैं विपरीत दोष…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-148 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल मद,छह अनायतन व तीन मूढ़ता तप को मद न मद जु प्रभुता को, करै न सो निज…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-159 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल सम्यग्दर्शन का महत्व दोषरहित गुणसहित सुधी जे, सम्यक्दरश सजे हैं। चरितमोहवश लेश न संजम, पै सुरनाथ जजे…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-1610 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल सम्यग्दृष्टि मर कर कहाँ -कहाँ पैदा नही होता ? और सम्यक्त्व की महिमा प्रथम नरक बिन षट्…
छहढाला तीसरी ढाल छंद-1711 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तीसरी ढाल सम्यक्त्व के बिना ज्ञान और चारित्र सम्यक् नहीं हैं और अंतिम उपदेश मोक्षमहल की परथम सीढ़ी, या…
छहढाला तृतीय ढाल सारांश12 Jun 2021label_importantछहढाला – तीसरी ढालछहढाला तृतीय ढाल सारांश आत्मा का हित, सुख है। वह सुख निराकुलता में है और वह निराकुलता मोक्ष में है,…