राम ने निभाया श्रावक धर्म – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज30 Jun 2021label_importantश्रावकसीता ने जिस प्रकार दान की इच्छा जताई थी, उसी प्रकर दिया गया। लक्ष्मण ने राम से जो वार्ता की,…
भीतर की बुराई तलाशें – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज23 Jun 2021label_importantश्रावकजब अशुभ कर्म प्रकट होते हैं तो जीवन में संकट, दुःख आते हैं। पर उन दुःखों के समय श्रावक को…
सच्चे गृहस्थधर्म का कर्तव्य – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज16 Jun 2021label_importantश्रावकसच्चे श्रावक का मन सदैव धर्म में रहता है। शुभकार्य का संकेत मिलने पर वह पहले खुद को जिनेन्द्र भगवान…
श्रावक को मोह करना ठीक नहीं – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज9 Jun 2021label_importantश्रावकश्रावक (धर्मात्मा पुरुष) को किसी भी कार्य में मोह नहीं करना चाहिए। पद्मपुराण पर्व 91 में शत्रुघ्न को लेकर एक…
शत्रुघ्न ने निर्वाह किया श्रावक धर्म का – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज2 Jun 2021label_importantश्रावकपद्मपुराण पर्व 89 में लिखा है कि युद्ध से पहले शत्रुघ्न ने श्रावक धर्म का निर्वाह करते हुए जिनेन्द्र भगवान…
गृहस्थ दशा में विवेकपूर्वक जीवन – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज26 May 2021label_importantश्रावकश्रावक के जीवन में अनेक तरह की समस्याएं आती हैं। क्यों? उनका घर, परिवार, व्यापार आदि उससे जुड़े होते हैं।…
श्रावक को कभी उपकार नहीं भूलना चाहिए – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज19 May 2021label_importantश्रावकपद्मपुराण के पर्व इक्यासी में एक प्रसंग है जो बताता है कि श्रावक को कभी उपकार नही भूलना चाहिए। यह…
कैसी भी परिस्थिति हो पर अशुभ वचन नहीं बोलें – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज12 May 2021label_importantश्रावकमनुष्य को अशुभ वचन और बिना प्रयोजन नही बोलना चाहिए। जो मनुष्य इस प्रकार की प्रवृत्ति रखता है वह संकट…
राम की प्रार्थना – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज5 May 2021label_importantश्रावकपद्मपुराण पर्व अस्सिवाँ में वर्णन आया है कि रावण के शरीर का अग्निसंकार के बाद राम-सीता ने स्नेहीजनों के साथ…
श्रावक : इन सात स्थितियों में छोड़ देना चाहिए भोजन– अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज14 Apr 2021label_importantश्रावकश्रावक जब भोजन करने बैठता है तो उसे सात स्थितियों में भोजन छोड़ देना चाहिए । इसे अन्तराय कहते हैं।…