स्वाध्याय : 24 सम्यकदर्शन विशेष-28 Apr 2021label_importantस्वाध्यायराजवार्तिक और यशस्तिलक चम्पूगत में दस प्रकार का सम्यकदर्शन भी होता है । तो आओ जानते हैं । आज्ञा सम्यकदर्शन…
स्वाध्याय : 23 सम्यग्दर्शन विशेष – 17 Apr 2021label_importantस्वाध्यायसम्यग्दर्शन के कई भेद अलग-अलग शास्त्रों में बताए हैं। भेदों के नाम अलग-अलग है पर सब का अर्थ,भाव एक ही…
स्वाध्याय : 22 दर्शन,ज्ञान और चारित्र के पहले सम्यक् विशेषण क्यों लगता है ।7 Apr 2021label_importantस्वाध्यायआप सब देखते है कि दर्शन, ज्ञान और चारित्र के पहले सम्यक् विशेषण लगा हुआ होता है । उसके पीछे…
स्वाध्याय : 21 अरिहन्त पूजा विशेष – 126 Mar 2021label_importantस्वाध्यायमहापुराणान्तर्गत (श्रावकाचार भाग 1) में श्रावकधर्म का वर्णन करते हुए अरिहन्त देव की पूजा चार प्रकार की बताई गई है…
स्वाध्याय : 20 – शरीर विशेष25 Mar 2021label_importantस्वाध्यायशरीर के पांच भेद है । 1. औदारिक शरीर 2. वैक्रियिक शरीर 3. आहारक शरीर 4. तेजस शरीर 5. कार्माण…
स्वाध्याय – 19 : आहार दान ऐसे करना चाहिए24 Mar 2021label_importantस्वाध्यायनवपुण्यैः प्रतिपत्तिः सप्तगुण समाहितेन शुद्धेन । अपसूनारम्भाणा मार्याणामिषयते दानम् ।। 113।। (रत्नकरण श्रावकाचार) पाँचसूनरूप पापकार्यों से रहित आर्य (धार्मिक) पुरुषों…
स्वाध्याय – 18 : तीर्थंकर विशेष24 Mar 2021label_importantस्वाध्याय• कलश : तीर्थंकर भगवान के जन्म अभिषेक के कलश का मुख एक योजन (12 किलोमीटर), उदर में चार योजन…
स्वाध्याय-17 : स्वाध्याय के पांच भेद24 Mar 2021label_importantस्वाध्याय• आलस्य का त्यागकर ज्ञान की आराधना करना निश्चय स्वाध्याय है। • व्यवहार में स्वाध्याय के पांच भेद हैं ।…
स्वाध्याय – 16 : समवसरण के बारह कोठे24 Mar 2021label_importantस्वाध्यायसमवसरण में आठवीं भूमि श्रीमण्डपभूमि में बारह कोठे होते हैं। यहां पर संसारी जीव बैठकर तीर्थंकर भगवान की दिव्य ध्वनि…
स्वाध्याय – 15 : सम्यग्दर्शन की उत्पत्ति के बाह्य कारण23 Mar 2021label_importantस्वाध्यायनरकगति में – जाति स्मरण, धर्मश्रवण ,वेदना अनुभव (तीसरी पृथ्वी तक) और उसके बाद चौथी पृथ्वी से सातवीं पृथ्वी तक…