मुझे यह विश्वास है आपसब इन बातों से अवगत होंगे कि जिनेन्द्र भगवान के दर्शन करत समय किन-किन बातों का घ्यान रखना चाहिए और क्या सावधानी रखनी चाहिए। इसके बावजूद स्मरण करना जरूरी है। इसलिए आपके स्मरण को जागृत करने के लिए कुछेक बिंदुओं की चर्चा कर रहा हूं।
• मन्दिर में छने जल से हाथ-पैर धोकर प्रवेश करें।
• चमड़े से बनी वस्तु का उपयोग नहीं करें। उसे मंदिर में लेकर कदापि न आएं। इसके साथ मौजा आदि पहनकर भी मंदिर नहीं आना चाहिए।
• भगवान जिनेन्द्र का दर्शन बीच में खड़े होकर न करें। इतनी जोर से स्तुति आदि नहीं करनी चाहिए कि अन्य लोगों को व्यवधान हो।
• मंदिर में मौन ही रहें अर्थात स्तुति आदि के अलावा कुछ न बोलें।
• प्रतिमा का दर्शन पुरुष भगवान के सीधे हाथ की तरफ और महिला भगवान के उल्टे हाथ की तरफ खड़े होकर करें।
• भगवान की प्रतिमा को पंचांग, अष्टांग और गवासन होकर नमस्कार करें।
• मन्दिर में काले कपड़े पहनकर बिल्कुल न जाएं।
• मन्दिर कभी खाली हाथ नहीं जाना चाहिए।
• मन्दिर में गंधोदक दाहिने हाथ की मध्यमा और अनामिका से लेनी चाहिए।
• जहां तक संभव हो, हमेशा सफेद कपड़े पहनकर ही मन्दिर जाएं।
हम सबको मन्दिर में प्रवेश करने के पूर्व इन बातों का ध्यान रख लेना चाहिए। इन बातों का स्मरण करने से किसी भूल से बच सकते हैं।
अनंत सागर
पाठशाला
बयालीसवां भाग
13 फरवरी 2021, शनिवार, बांसवाड़ा
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