10
Mar
भीलूड़ा – श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर भीलूड़ा में भगवान मुनिसुव्रत का मोक्षकल्याण मनाया गया। अंतर्मुखी मुनि पूज्यसागर महाराज के सानिध्य में विश्व में पहली बार सुबह 6 से 12 बजे यानी छह घंटे तक भगवान की प्रतिमा पर शांतिधारा की गई। इसके पहले कभी इतने समय तक जलधारा के माध्यम से भगवान पर शांतिधारा नहीं की गई थी। समाज के प्रवक्ता धर्मेंद्र जैन ने बताया कि अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्यसागर महाराज के श्रीमुख से वृहद शांतिधारा, कलिकुंड पार्श्वनाथ मंत्र, गणधर मंत्र, ऋद्धि-सिद्धि मंत्र सहित कई जैनधर्म मंत्रों से यह शांतिधारा की गई। इस दौरान निर्वाण कांड बोलकर मुनिसुव्रत भगवान को निर्वाण लाडू भी चढ़ाया गया। मुनिश्री ने कहा कि मंत्रों द्वारा जिनेंद्र भगवान की शांतिधारा करने से जीवन में सकारात्मक सोच आती है।
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