17
Aug
मुनि श्री के संपर्क में आने के बाद से हमारी जिंदगी बदल गई। हमने अपना एकमात्र गुरु उन्हें ही माना है। वह सबका बहुत ख्याल रखते हैं और हर श्रावक-श्राविका को पूरा सम्मान देते हैं। उन्होंने ही हमें सिखाया है कि अपनी व्यस्त दिनचर्या में से प्रभु की आराधना के लिए समय निकालना कितना जरूरी है। धर्म के मार्ग पर बढ़कर ही हम आत्मिक उत्थान कर सकते हैं। उन्होंने हमें अहंकार से दूर रहना सिखाया है। उनकी प्रेरणा से हम अपने आपको ईश्वर के और करीब पाते हैं।
िजतेंद्र सेठी-सपना सेठी
बेंगलुरु
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