25 Dec By admin 0 Comment In अंतर्भाव अंतर्भाव मूलाचार ग्रंथ की ये गाथाएं आपके भावों को बनाएंगी निर्मल – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज
18 Dec By admin 0 Comment In अंतर्भाव अंतर्भाव अपनी गलतियों और कमियों को स्वीकार करना सीखो – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज
11 Dec By admin 0 Comment In अंतर्भाव अंतर्भाव आत्मचिन्तन से पहले पापों की आलोचना जरूरी – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज
04 Dec By admin 0 Comment In अंतर्भाव अंतर्भाव हृदय में जिनेन्द्र भगवान हों तो कर्म मल शिथिल पड़ जाते हैं – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज
06 Jun By admin 0 Comment In अंतर्भाव aadhyatm, antarmukhee, antarmukhi, muni pujya sagar, अंतर्भाव, अंतर्मुखी, अनंत सागर, आध्यात्म, जीवन, मुनि पूज्य सागर आध्यात्म ही सफल जीवन का आधार है – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज
01 May By admin 0 Comment In अंतर्भाव अंतर्भाव अपने आप को आत्म चिंतन में लगाना चाहिए – अंतर्मुखी मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज