31 Jan By admin 0 Comment In अनंत सागर, श्रावकाचार अहंकार से नष्ट हो जाते हैं सभी गुण – अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
30 Jan By admin 0 Comment In अनंत सागर, श्रावकाचार गुरु हो हिंसा और परिग्रह से रहित- अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
29 Jan By admin 0 Comment In अनंत सागर, श्रावकाचार सांसारिक सुखों की चाह से आराधना करना पाप और मिथ्या- अंतर्मुखी मुनि पूज्य सागर महाराज
28 Jan By admin 0 Comment In अनंत सागर, श्रावकाचार अंधविश्वास से परे होकर करें धर्म का पालन-अन्तर्मुखी मुनि पूज्य सागर
27 Jan By admin 0 Comment In अनंत सागर, श्रावकाचार सम्यक दर्शन के आठों अंगों की पालना से होती है कषायों की समाप्ति